रविवार, 1 जनवरी 2012

परीक्षा में अच्छी सफलता के लिए जरूर करें ऐसा :-

स्टडी रूम का जीवन में काफी महत्व है। स्टडी रूम की दिशा, द्वार, उसकी सजावट आदि यदि वास्तुनुरूप हो तो छात्र मन लगाकर अध्ययन करता है। इसका सकारात्मक प्रभाव छात्र के जीवन पर भी पड़ता है। स्टडी रूम बनवाते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
1- उत्तर-पूर्व व ईशान कोण सदैव ज्ञानवद्र्धक दिशाएं होती हैं। अध्ययन कक्ष ईशान कोण में बनाएं
     या पश्चिम या वायव्य कोण में भी बना सकते हैं लेकिन इनको बनाते समय इस बात का
     ध्यान रखें कि अध्ययन कक्ष का मुख या मुख्यद्वार उत्तर-पूर्व या ईशान कोण में ही हो।
2- अध्ययन कक्ष में विद्या की देवी सरस्वती और ईष्टदेव का चित्र अवश्य लगाएं। चित्रों में प्रेरक
    महापुरुषों के भी चित्र लगाना उत्तम है।
3- अध्ययन कक्ष में पुस्तकें सदैव नैऋत्य दिशा में बुक सेल्फ में रखें।
4- स्टडी टेबल के समीप या सामने दर्पण कदापि न लगाएं।
5- यदि नैऋत्य दिशा में पुस्तकें नहीं रख सकतें हैं तो दक्षिण या पश्चिम दिशा में बुक सेल्फ में
     रखें।
6- सदैव उत्तर, पूर्व या ईशान दिशा की ओर मुख करके पढऩा चाहिए।

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